Subscribe to:
Post Comments (Atom)
बदला है तुम्हारा मन क्या?
तारीख बदली है साल बदला है पर बदला है तुम्हारा मन क्या? है जश्न चारों ओर उमंग का न बूझे छोर पर क्या खोज पाए हो अपने मन की डोर? फैला है चहुँओर...
-
मजबूत होती हैं माएं पिता तो नाजुक सा होता है वो खुलकर रो लेती है पिता रोने से भी डरता है। स्वेटर बुनती मां है पिता ऊन लाता है वो आम की फ...
-
Its your 25th birthday, bhaiya. Sort of Silver Jubilee. Hahaha. A cute boy has been turned into a perfect gentleman. Our family's Rajka...
-
तारीख बदली है साल बदला है पर बदला है तुम्हारा मन क्या? है जश्न चारों ओर उमंग का न बूझे छोर पर क्या खोज पाए हो अपने मन की डोर? फैला है चहुँओर...
Nice one .. यूँ तो सभी को ज़िंदगी में सब पूरा चाइए मगर
ReplyDeleteआधा इश्क़ और आधा चाँद इसका मज़ा कुछ और ही है...
Sach :)
Delete