Saturday, 24 September 2022

सुनो ! नौकरी करने वालों।

नौकरी उर्फ़ जॉब करने वालों, सुनो।

कुछ बातें तुम्हें कोई नहीं बताएगा

इसलिए तनिक ध्यान से सुनो।


किसी की रिकमेन्डेशन के बदले 

नौकरी खुद हासिल करना, 

क्योंकि अगर वो संस्था के अंदर हुआ 

तो अहसान तले दबे रहोगे।


तनख्वाह अपनी 

काबिलियत के हिसाब से पाना 

क्योंकि ज्यादा में घिसे जाओगे 

और कम में पिसे जाओगे। 


गर सीधे सादे हो तो 

थोड़ी चालाकियां सीख लेना, 

आँख कान खुले रखना, 

और नौकरी कितनी भी अच्छी हो 

स्वयं को निखारते रहना।


और अंत में यह....  

नौकरी बचाने की जगह 

अपनी आवाज़ बचाये रखना

क्योंकि आवाज़ ही वजूद है। 

Sunday, 4 September 2022

शिक्षक

अंडररेटेड काम

ओवररेटेड सम्मान 

कुछ और कर पाने में रहे नाकाम

इसलिए बन गए

शिक्षक राम 

यही लगता है न तुम्हें?


तो सुनो,

ये शिक्षक ही 

ओवररेटेड जॉब्स  का 

आधार है,

सबको समान समझा जाए 

इसका पैरोकार है,

इसकी गरिमा समझना 

इतना ना आसान है,

सिर्फ शिक्षक दिवस को ही जान पाओगे 

कि हरेक शिक्षक कितना महान है। 

बदला है तुम्हारा मन क्या?

तारीख बदली है साल बदला है पर बदला है तुम्हारा मन क्या? है जश्न चारों ओर उमंग का न बूझे छोर पर क्या खोज पाए हो अपने मन की डोर? फैला है चहुँओर...